भोर हुई तो कोहरे से अटा था आसमान सब तरफ जैसे अंधेरा हो जिंदगी चल रही अपने सफर की तरफ भोर हुई तो कोहरे से अटा था आसमान सब तरफ जैसे अंधेरा हो जिंदगी चल रही अपने ...
बचाना है हमें जो यह संसार, सदा याद रखना यह विचार। बचाना है हमें जो यह संसार, सदा याद रखना यह विचार।
प्रकृति के कण –कण में सुंदर रूप समाया है, अब प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। प्रकृति के कण –कण में सुंदर रूप समाया है, अब प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाया...
ये ईश्वर का कैसा, ये खेल हो गया अपना ही गाँव घर जेल हो गया। ये ईश्वर का कैसा, ये खेल हो गया अपना ही गाँव घर जेल हो गया।
इसकी तरह मैं भी इंसानियत के मनकों की माला बड़ी मुश्किल से पिरो रही हूँ। इसकी तरह मैं भी इंसानियत के मनकों की माला बड़ी मुश्किल से पिरो रही हूँ।
घातक शब्द का अर्थ समझने का होता रहा है असफल प्रयास ! घातक शब्द का अर्थ समझने का होता रहा है असफल प्रयास !